सप्ताह में एक-दो दिन आते है समिति प्रबंधक

सांठ गांठ का आरोप किसान होते है परेशान
सिहोरा…..जहां एक ओर
मध्यप्रदेश शासन का सहकारिता विभाग समिति प्रबंधकों की कमी से जूझ रहा है वही ऐसी स्थिति में सहकारिता विभाग के बरिष्ठ अधिकारियो दृवारा समिती प्रबंधक की कमी को देखते हुए एक समिति प्रबंधक को दो तीन समिति का प्रभार सौंपकर काम करवा रहे हैं विदित है की एक समिति में लगभग दस से पंद्रह गांव संलग्न रहते हैं और नियमो के अनुसार समिति प्रबंधको को प्रतिदिन अपने समिति कार्यालय पहुंच कर उपस्थिति दर्ज कराने का नियम है परंतु अधिकांशतः समिति प्रबंधक सप्ताह मे एकाध दिन घंटे दो घंटे के लिए आकर रस्म अदायगी कर अपने घर वापिस चले जाते है
जिसके कारण किसान परेशान होते रहते हैं और समिति कार्यालय में ताला लगा रहता है जहां तहा कार्यालय खुलते भी हैं
वहां समिति प्रबंधक की कुर्सी खाली रहती हैं जिससे किसानों को सरकार की किसान हितैषी योजनाओं की जानकारी नहीं मिलती इसी के चलते समिति प्रबंधक के अधीनस्थ कर्मचारियो की लापरवाही भी सिर चढ़कर बोलती है और अनेक गडबडी व घोटाले भी सामने आते हैं इसी आशय की शिकायत किसानों ने कलेक्टर जबलपुर को सौंप कर
प्रतिदिन समिति प्रबंधकों को कार्यालय में उपस्थित रहने की
निर्देश जारी करने की मांग की है गौरतलब है की गोसलपुर से लगी सहजपुरा लखनपुर बेला बुढागर कछपुरा इन सब सोसाइटियों में समिति प्रबंधक के दर्शन किसानों को नहीं हो रहे हैं शासकीय नियमों के मुताबिक समिति प्रबंधक को जिला
सहकारी बैंक शाखा गोसलपुर में उपस्थिति होकर हाजिरी रजिस्टर
में अपनी उपस्थिति दर्ज कराना
पड़ती है परंतु यह सब सांठ गांठ का खेल बड़े लंबे समय से संचालित हो रहा है
किसान नेता गुलाब सिंह मरकाम ने बताया की इनकी हफ्ते भर की हाजिरी एक दिन मे लग जाती है
और बरिष्ठ अधिकारी सब जानते
हुये भी अनजान बने रहते है
***इनका कहना है…
समिति प्रबंधक को नियमित संस्था में उपस्थित होने के निर्देश हैं अगर कोई लापरवाही कर रहा है तो औचक निरीक्षण किया जाएगा सतत मॉनिटरिंग की जाएगी लापरवाह के खिलाफ
सख्त कार्यवाही की जावेगी
चंद्रशेखर पटले
महाप्रबंधक
जिला सहकारी केंद्रीय मर्यादित बैंक जबलपुर
