जिला चिकित्सालय के मेटर निटी वार्ड मे अब चौबीसों घंटे उपलब्ध रहेंगे डॉक्टर

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कटनी  ……जिला चिकित्सालय में अब आकस्मिक चिकित्सा सेवा की तरह मेटरनिटी वार्ड में भी अब 24 घंटे चिकित्सकों की उपलब्धता रहेगी। यह व्यवस्था सोमवार 8 जुलाई से जिला चिकित्सालय मे प्रभावी हो जायेगी। यह निर्णय मंगलवार को कलेक्टर श्री अवि प्रसाद की अध्यक्षता मे जिला चिकित्सालय में आयोजित जिला रोगी कल्याण समिति की बैठक मे लिया गया।

            बैठक में नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज जबलपुर की प्रोफेसर डॉ प्रियदर्शनी तिवारीसीएमएचओ डॉ आठ्यासिविल सर्जन डॉ यशवंत वर्मारोगी कल्याण समिति के सदस्य श्री अरविंद गुगालिया एवं पवन बजाजडॉ मनीष मिश्राडॉ डीजे मोहंतीडॉ हर्षिता गुप्ताडॉ सीमा शिवहरेडॉ सुनीता वर्मा और डॉ सुनीता सिंह सहित अन्य चिकित्सक मौजूद रहे।

            ंजिले मे मातृ मृत्यु दर में कमी लाने के लिए कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा मातृ सुरक्षा सेवाओं की सूक्ष्म समीक्षा की गई। इस दौरान जिला चिकित्सालय में दोपहर 2 बजे के बाद मेटरनिटी वार्ड में महिला चिकित्सक न होने के कारण प्रसूताओं को होने वाली असुविधा के मद्देनजर कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा निर्णय लिया गया कि अब जिला चिकित्सालय में स्त्री रोग विशेषज्ञ और महिला चिकित्सकों के समूह से न्यूनतम एक एम.बी.बी.एस डॉक्टर हर समय महिला रोगियों की परिचर्या मे रहेगी। कलेक्टर श्री प्रसाद के निर्देश पर यह डयूटी रोस्टर सोमवार 8 जुलाई से प्रभावी हो जायेगा। इसके तहत सभी चिकित्सक अपनी डियूटी के दौरन ऑपरेशनओपीडी व आकस्मिक सेवाओं का संचालन करेंगे।

नौ डॉक्टरों के पूल से लगेगी डियूटी

            बैठक मे सिविल सर्जन डॉ यशवंत वर्मा ने बताया कि चौबीसों घंटे मेटरनिटी वार्ड मंे महिला डॉक्टर की मौजूदगी के लिए नौ डाक्टरों का समूह बनाया गया है। जिसमे डॉ हर्षिता गुप्ताडॉ सीमा शिवहरेडॉ सुनीता वर्माडॉ सुनीता सिंहडॉ आरती सौंधियाडॉ श्रद्धा द्विवेदीडॉ दिव्या भार्गवडॉ नेहा कदमडॉ उमा भावना सहित इन नौ डॉक्टरों मे से सुबह चार स्पेशलिस्ट चिकित्सक और दोपहर में एक एम.बी.बी.एस डॉक्टर मेटरनिटी वार्ड मे मौजूद रहेगा। इन डॉक्टरों में से पालीवार प्रातः 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक एवं दोपहर 2 बजे से रात्रि 8 बजे तक और रात्रिकालीन डयूटी के तहत रात्रि 8 बजे से सुबह 8 बजे तक डॉक्टर मौजूद रहेंगे।

            कलेक्टर श्री प्रसाद ने जिला चिकित्सालय के रेफरल प्रकरणमातृ मृत्यु दर तथा एनीमिया प्रबंधन के बारे में जानकारी लेते हुए उन्हे प्रतिदिन निर्धारित प्रपत्र में जानकारी उपलब्ध करानें की हिदायत दी। रोगी कल्याण समिति द्वारा मरीजों के पंजीयन हेतु एक डाटा एंट्री आपरेटर रखे जाने का अनुमोदन दिया गया।

निजी रेडियोलाजिस्टों की सराहना

            रेडियोलाजिस्ट की कमी से जूझ रहे जिला चिकित्सालय मे जरूरतमंद मरीजो की वर्तमान मे सीएमएचओ डॉ आठ्या और शहर के तीन निजी रेडियोलाजिस्ट डॉ अनिल वाटवेडॉ अखिलेश गुप्ता एवं डॉ पारूल गुप्ता द्वारा किये जाने के कार्य की बैठक में मुक्त कंठ से सराहना की गई।

            जिला रोगी कल्याण समिति में सर्वसम्मति से गहन चिकित्सा ईकाईलांड्रीदंत विभागएक्स-रे विभागउपकरण व शौचालयों के उन्नयन कार्याे की स्वीकृति भी दी गई।

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