स्कूल बसों की जांच .जर्जर शाला व आंगनबाड़ी भवनों का डिस्मेंटल
कटनी…..बैठक मे कलेक्टर ने जिला परिवहन अधिकारी को निर्देशित किया कि वे सभी स्कूल बसों की अभियान चलाकर जांच करें। वाहन चालकों का चरित्र सत्यापन कराये और क्षमता से ज्यादा स्कूली छात्रों को ऑटो मे बैठाने वाले ऑटो चालकों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करें। आई.एस.आई मानक वाले बेहतर गुणवत्ता युक्त हेलमेट ही डीलरों और दुकानदारों द्वारा बेचे जाये। खराब और अमानक गुणवत्ता के हेलमेट विक्रेताओं के विरूद्ध कार्यवाही की जाये। साथ ही दुकानों के बाहर बोर्ड लगवाया जाये कि यहां आईएसआई मानक गुणवत्ता के ही हेलमेट मिलते है।

जर्जर शाला व आंगनबाड़ी भवनों का डिस्मेंटल
कलेक्टर श्री यादव ने बैठक में निर्देशित किया कि सभी जर्जर स्कूलों और आंगनबाड़ी भवनों को चिन्हित कर उनके डिस्मेंटल की प्रक्रिया की जाय। किसी भी स्थिति मे जर्जर भवनों में बच्चों की कक्षायें नहीं लगवायें। किसी वैकल्पिक स्थान या किराये के भवन मे स्कूल व आंगनबाड़ी भवन संचालित करें। जिला परियोजना समन्वयक द्वारा जानकारी दी गई कि भौतिक सत्यापन के बाद और संबंधित एस.डी.एम की अध्यक्षता में गठित समिति की सहमति से जिले मे 112 जर्जर शाला भवन चिन्हित किये गए है। इनमें से रीठी में 40, कटनी मे 12, बड़वारा में 8, बहोरीबंद में 24 विजयराघवगढ़ में 2 और ढीमरखेड़ा में 26 जर्जर स्कूल भवन चिन्हित किये गए है।