चप्पे-चप्पे पर दिखा सिहोरा खितौला बंद का व्यापक असर जिला की मांग

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                प्रमोद साहू ने अन्न के बाद जल भी त्यागा
               व्यापारी आज भी बंद रखेंगे अपने प्रतिष्ठान
                    चाय पान एंव पानी तक को तरसे यात्री
                   स्थिति बेहद तनाव पूर्ण,पुलिस बल तैनात
सिहोरा- जिले की मांग पर जहां चप्पे-चप्पे पर सिहोरा खितौला बंद का व्यापक असर दिखा वहीं प्रस्तावित जिले के कोने कोने से आन्दोलन में शामिल होने हजारों लोग पहुंचे और सभी ने एक स्वर में सिहोरा जिले की मांग की। अनशरत प्रमोद साहू जैसे ही मंच पर पहुंचे उनके गिरते स्वास्थ्य की स्थिति को देखकर मौजूद जनसमूह में जबरदस्त आक्रोश फैल गया। काल भैरव चौक से विशाल वाहन रैली भी निकाली गई जो नगर भ्रमण कर धरना स्थल बस स्टेंड पहुंची। पूरा शहर जिले के लिए एकजुट दिखा। न तो बस चली और न ही आटो सभी स्कुलो के साथ साथ सब्जी मंडी भी बंद रही ।
                    प्रमोद साहू ने अन्न के बाद त्यागा जल
प्रमोद साहू का कमजोर शरीर,लड़खड़ाते कदम और चेहरे पर साफ झलकती पीड़ा ने जनता को झकझोर कर रख दिया। मंच के सामने मौजूद लोग भावुक भी दिखे और आक्रोशित भी। लोगों का कहना था कि एक शांतिपूर्ण सत्याग्रही को इस हालत तक पहुंचने देना शासन की संवेदनहीनता को दर्शाता है। इस समय स्थिति बेहद तनाव पूर्ण है। सुरक्षा की दृष्टि से सिहोरा में भारी पुलिस बल तैनात था । सड़कें गलियां सूनी रही जिला के लिए लोगों का ऐसा समर्थन 25 शाल बाद देखने को मिला है जब सर्वदलीय लक्ष्य जिला आन्दोलन के बैनर तले                               

सभी दल के साथ समाजिक संगठनों के अलावा सिहोरा,मझौली,बहोरीबंद,ढीमरखेड़ा से अनेक लोग जुटे उपनगर खितौला में हर छोटी-बड़ी दुकाने तथा स्कुल भी पूरी तरह से बंद थे यातायात ठप्प रहने से बाहर से आने जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। चाय पान तक के लिए लोग तरस गए लोग।
          अब नहीं चलेगी सिहोरा की उपेक्षा और सौतेलापन
व्यापारी संगठनों ने स्पष्ट कहा कि यह अब आर्थिक नुकसान का नहीं बल्कि पूरे क्षेत्र के भविष्य और सम्मान का सवाल है इसलिए हमलोग बंद रखेंगे वहीं आन्दोलन कारियों ने कहा अभी तक जिला के लिए सरकार ने केवल आश्वासन दिया है जो लोगों के भारी आक्रोश का सबसे बड़ा कारण बना और सिहोरा की इस हालत के लिए जनप्रतिनिधियों और सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि भाजपा ने लगातार लोगों की बोट हासिल कर सरकार बनाई और केवल यहां के लोगों को मूर्ख बनाया जिला के लिए ऐसा कुछ नहीं किया जिससे समझ में आये की जिला की कार्रवाई चल रही है पर अब यह सौतेलापन और उपेक्षा नहीं चलेगी।
                 सभी के सर पर सिहोरा जिले की टोपी
आन्दोलन में शामिल होने आये सभी लोगों के सर पर जय सिहोरा जिला सिहोरा की टोपी लगी थी जिन्होंने सिहोरा जिले की मांग के नारे लगाकर अपनी आवाज बुलंद की सरकार और प्रशासन की हद दर्जे की असंवेदनशीलता ने भी लोगों की नाराज़गी बढ़ाई ही है।आन्दोलन कारियों ने सिहोरा जिले में कलेक्टर एसपी की पद स्थापना से कम कुछ भी स्वीकार करने से मना कर दिया है।
            तो सिहोरा को ग्रांम पंचायत ही बना दो?
आंदोलनकारियों ने पूर्व में जारी राजपत्र और पूर्व में भाजपा नेताओं द्वारा सिहोरा को जिला बनाने को लेकर की गई घोषणाओं को आधार बनाकर सरकार से सीधा दावा किया। जनता का कहना है कि जब सब कुछ दस्तावेज़ों और बयानों में दर्ज है, तो फिर फैसले में देरी क्यों? आन्दोलन कारियों ने कहा अगर जिला की घोषणा कभी हुई ही नहीं और हम सिहोरा वासी गलत बोल रहे हैं तो हमारे सत्याग्रह को ठुकरा दो और सिहोरा को ग्राम पंचायत ही बना दो?

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