शिव पुराण में सुनाई समुद्र मंथन की कथा
सिहोरा…. तहसील के गोसलपुर कस्बे में स्थित रामसागर जलाशय के तट पर शिवघाट मंदिर में चल रहे शिव पुराण की कथा में कथा वाचक पंडित योगेंद्राचार्य पांडेय जी ने समुद्र मंथन की कथा सुनाते हुए बताया की देवी देवताओं और राक्षसों के बीच समुद्र मंथन हुआ था इस मंथन में 14 रत्न और अमृत कलश निकला था इस अमृत को पीने के लिए देवताओं और राक्षसों में युद्ध हुआ था जिसे देवासुर संग्राम के नाम से जाना जाता है
देवता और राक्षस दोनों ब्रह्मांड में सबसे शक्तिशाली बनना चाहते थे भगवान विष्णु ने सुझाव दिया था की देवता और राक्षस दोनों मिलकर क्षीर सागर का मंथन करें समुद्र मंथन से 14 रत्न निकले कालकूट ऐराबत कामधेनु उच्चैः श्रवा कौस्तुभ एवं पघ्रराग मणि कल्पबृक्ष रम्भा नामक अप्सरा महालक्ष्मी
व्यासपीठ का पूजन अर्चन मंदिर समिति के उपेंद्र चौबे अर्पित चौबे रवि सिंह ठाकुर शंकर लाल बर्मन अवधेश गर्ग सुरेंद्र चौकसे सुरेश पालीवाल हेमचंद असाटी सुनील तिवारी शंकर लाल बर्मन प्रेमलता सिंह प्रिया पालीवाल माया झारिया भागवती चौकसे ने किया
