जिला प्रशासन के दल ने किया हॉस्पिटल और पेट्रोल पंप का निरीक्षण
जबलपुर….व्यावसायिक इकाईयों तथा होटल, रेस्टारेंट, निजी अस्पताल, मेडिकल स्टोर्स, पेट्रोल पंप जैसे सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में नियामकों का अनुपालन कराने कलेक्टर दीपक सक्सेना एवं पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह द्वारा गठित किये गये सयुंक्त जाँच दलों में से आज सोमवार को एसडीएम गोरखपुर पंकज मिश्रा एवं सीएसपी गोरखपुर एच के पांडे के नेतृत्व में जांच दल के गढ़ा रेलवे क्रासिंग के समीप स्थित रॉयल हॉस्पिटल एवं कटंगा स्थित होंडा पेट्रोल पंप का निरीक्षण किया ।
एसडीएम गोरखपुर पंकज मिश्रा के मुताबिक जांच की शुरुआत नयागांव स्थित साईं बस्ती से की गई । यहां राजस्व विभाग से संबंधित भूमि विवाद का निराकरण करने मौका निरीक्षण किया गया तथा नगर निगम के अतिक्रमण दस्ते को अतिक्रमण हटाने हेतु निर्देशित किया गया । उन्होंने बताया कि जाँच दल के कटंगा स्थित होंडा पेट्रोल पंप के निरीक्षण दौरान यहाँ फायर सेफ्टी मेजरमेंट सही पाये गये । इस पेट्रोल पंप के निरीक्षण में पेट्रोल-डीजल सही माप में देना पाया गया । कर्मचारियों को वेतन न्यूनतम वेतन अधिनियम के अनुसार दिया जा रहा है । कर्मचारियों का पीएफ भी काटा जा रहा है । जांच में अन्य सभी मापदंड की भी इस पंप में सही पाये गये ।
एसडीएम गोरखपुर श्री मिश्रा के मुताबिक गढ़ा रेलवे क्रासिंग स्थित रॉयल हॉस्पिटल में बिजली गोल होने की शिकायत मिलने पर निरीक्षण करने पहुँचे जांच दल ने पाया कि यहाँ सुबह से ही बिजली नहीं है । इसकी वजह से यहाँ भर्ती मरीजों को गर्मी से काफी परेशानी हो रही है । जांच दल द्वारा पाया गया कि बिजली न होने का कारण हॉस्पिटल के पास स्थित ट्रांसफार्मर में ब्लास्ट होना है । किंतु ऐसी परिस्थितियों से निपटने हॉस्पिटल में कोई बैकअप नहीं है और कोई अन्य उचित व्यवस्था भी नहीं है । हॉस्पिटल में फायर सेफ्टी के उपाय भी पर्याप्त नहीं थे । इस हॉस्पिटल में मात्र एक ही डॉक्टर है और उनके द्वारा ही 25 बेड के इस अस्पताल को संचालित किया जा रहा है ।
एसडीएम श्री मिश्रा ने बताया कि रॉयल हॉस्पिटल के किये गये निरीक्षण में पाई गई कमियों को देखते हुये यह तय किया गया कि इसकी विस्तृत जाँच पृथक से मुख्य चिकित्सा अधिकारी के दल से कराई जाये । इसके अलग लिये प्रतिवेदन तैयार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान रॉयल हॉस्पिटल में पर्याप्त स्वच्छता भी नहीं पाई गई । यहाँ वेस्ट मटेरियल को डिस्पोज करने की व्यवस्था भी नहीं थी ।
