चौराहों, धार्मिक स्थलों एवं सार्वजनिक स्थानों पर बाल भिक्षावृत्ति की रोकथाम हेतु चलेगा अभियान
कटनी…..राज्य शासन के निर्देशानुसार संपूर्ण प्रदेश में बाल भिक्षावृत्ति रोकथाम जागरूकता अभियान के प्रथम चरण में आयोजन 11 से 31 अक्टूबर 2024 एवं द्वितीय चरण में 10 से 30 अप्रैल 2025 तक किया जाएगा। अभियान के अंतर्गत विभिन्न विभागों यथा महिला एवं बाल विकास विभाग, पुलिस विभाग, सामाजिक न्याय विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग, खेल एवं युवा कल्याण विभाग, श्रम विभाग, नगरीय प्रशासन विभाग आदि के समन्वय से बाल भिक्षावृत्ति रोकथाम पर कार्य किया जाएगा।


जिले में अभियान के सुचारू क्रियान्वयन के संबंध में रूपरेखा निर्धारण हेतु अंतर्विभागीय समन्वय बैठक का आयोजन विशेष किशोर पुलिस इकाई, माधवनगर में किया गया। बैठक में सुश्री वनश्री कुर्वेती सहायक संचालक महिला एंव बाल विकास, मनीष तिवारी संरक्षण अधिकारी, श्रीमती फरजाना परबीन प्रभारी विशेष किशोर पुलिस इकाई, श्रीमती अनुपमा आटे, परियोजना अधिकारी, श्रीमती शैली तिवारी प्रशासक वन स्टॉप सेंटर, श्री एस.पी. सिहं श्रम निरीक्षक, श्री राजकुमार अग्रवाल नेहरू युवा केन्द्र, सुश्री पूजा जायसवाल जिला समन्वयक बाल मित्र ग्राम, आवाज जन कल्याण संस्था के प्रतिनिधि, जिले में संचालित बाल देखरेख संस्थाओ के प्रतिनिधि एवं अन्य विभागीय कर्मचारी उपस्थित रहें।
बैठक में उपस्थित पर्णधारियों को बाल भिक्षावृत्ति रोकथाम अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी। साथ ही अभियान के क्रियान्वयन हेतु हॉट-स्पॉट का चिन्हाकंन, जन-जागरूकता एवं दलों के समक्ष आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की गयी। रेस्क्यू किये गये बालकों को शासन की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने एवं उनके पारिवारिक पुनर्वास के बारे में रूपरेखा का निर्धारण किया गया।
जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास नयन सिंह ने बताया कि जिले के समस्त विकास खण्डों में अंतर्विभागीय दलों का गठन किया गया है, जो विभिन्न चौराहों, धार्मिक स्थलों एवं सार्वजनिक स्थानों पर बाल भिक्षावृत्ति रोकथाम अभियान का क्रियान्वयन करेंगे। संबंधित दल अपने कार्य क्षेत्र में देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों की पहचान कर बच्चों के पुनर्वास के लिये उन्हें बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।