संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर किसान यूनियन का जंगी प्रदर्शन

तीन सौ से अधिक ट्रेक्टरों की निकाली रैली
हजारों किसानों ने किया सरकार की नीतियों। का विरोध
सिहोरा- बिजली पानी एंव खाद किसान की मुलभूत आवश्यकता है लेकिन प्रदेश सरकार तीनों चीज की आपुर्ती में पुरी तरह विफल है।अपनी विफलता छुपाने एंव किसानों के आक्रोश से बचने सरकार किसानों पर अव्यवहारिक नियम लादकर किसानों के धेर्य की परीक्षा ले रही है उक्त आशय के वक्तव्य भारतीय किसान युनियन के जिलाध्यक्ष रमेश पटैल ने सिहोरा बस स्टेंड में किसानों के जंगी प्रदर्शन के दौरान व्यक्त किये पटेल ने आगे कहा की सरकार के नुमाइंदे किसानों की पीड़ा को समझे धान की पराली का विनष्टिकरण जटिल प्रक्रिया है जो कम क्षमता के ट्रेक्टर से संभव ही नहीं है। भारत कृषक समाज के के अग्रवाल सहित अनेक किसान नेताओं ने भी सभा को सम्बोधित किया संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर भारतीय किसान यूनियन टिकैत ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सिहोरा में अनेक ग्रामों से पहुंचे हजारों किसानों ने जंगी प्रदर्शन कर ट्रेक्टर रैली निकाली तथा अनेक मांगो के निराकरण का ज्ञापन भी एस डी एम को सौंपा। इस आन्दोलन में कांग्रेस सहित अनेक संगठनों ने भी अपना समर्थन दिया था।
रैली प्रदर्शन में हजारों किसान शामिल
किसान मोर्चा ने अनेक छोटे बड़े ग्रामों शहरों से आये हजारों किसानों ने लगभग तीन सैकड़ा से अधिक ट्रेक्टर के साथ विशाल रैली निकाली जो पहरेवा नाका से प्रारम्भ होकर लखराम मोहल्ला,खितौला बाजार, बाबाताल,हरदौल मंदिर, काल भैरव चौक,कटरा मोहल्ला, मझौली बायपास, गढ़िया मोहल्ला,झंड़ा बाजार, आजाद चौक,गौरी तिराहा से होकर पुराना बस स्टेंड पहुंची जहां सभा का आयोजन किया गया। इस विशाल ट्रेक्टर रैली है 26 जनवरी 2021 की यादें ताजा कर दी जब इसी तरह पांच सौ से अधिक ट्रेक्टर के साथ रैली निकाली गई थी।
पुराने एन एच में लगा रहा भारी जाम
पुराने एन एच सिहोरा पुराना बस स्टेंड में अनेक किसानो ने अपने आडे तिरछे दर्जनों ट्रेक्टर खड़ा कर पूरा रोड जाम कर दिया था जिसे खुलवाने में पुलिस को खासी मशक्कत करना पड़ी किसान मोर्चा के आन्दोलन के चलते करीब दो घंटे तक पुराना बस स्टेंड में जाम लगा लगा या कहें बंधक बना रहा।इससे आम नागरिक यात्री तो परेशान हुए ही साथ ही स्कुल जाने वाले छोटे छोटे बच्चों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
पुलिस बेरीकेडिंग हटाकर शहर में प्रवेश
शिव मंदिर बाबाताल में पहले से मौजूद पुलिस ने बैरीकेडिंग करके शहर के अंदर जाने का रास्ता बंद कर दिया था लेकिन किसानों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा और वे बैरीकेड हटाकर ट्रेक्टरों के साथ शहर के अंदर प्रवेश कर गये चूंकि इस समय दीपावली के चलते झंडा बाजार सहित अनेक स्थानों पर बाजार करने वालो की भीड़ चल रही है उनको कोई परेशानी न हो इसलिए शहर के अंदर प्रवेश को रोका गया था।
घंटों बंधक बना रहा सिहोरा
किसानो द्वारा निकाली गई ट्रेक्टर रैली इतनी बड़ी और लम्बीं थी की दो तीन घंटों के लिए पूरा सिहोरा बंधक बन गया कोई मार्ग ऐसा नहीं बचा था जहां से कोई वाहन शहर के अंदर प्रवेश कर सके हर तरफ बस ट्रेक्टर ही ट्रेकर नजर आ रहे थे तीन से चार किलोमीटर लम्बी इस रैली में शामिल किसानों का उत्साह देखते ही बन रहा था प्रदेश सरकार की तानाशाही नहीं चलेगी सहित अनेक नारे लगा रहे थे। पुलिस प्रशासन की सक्रियता और सूझबूझ के चलते इतना बड़ा आन्दोलन शांतिपूर्ण संपन्न हो गया




