हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया गया जनजातीय गौरव दिवस

जिला स्तरीय कार्यक्रम ढीमरखेड़ा में हुआ आयोजित
प्रधानमंत्री के संबोधन के सीधे प्रसारण को लोगों ने देखा और सुना
कटनी …..प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जनजातीय समाज के गौरवशाली इतिहास को देश के समक्ष लाने का अभियान चलाया है। आज पूरे देश में भगवान बिरसा मुंडा जयंती मनाई जा रही है। भगवान बिरसा मुंडा ने मातृभूमि के गौरव और सम्मान की रक्षा के लिये अपना सर्वस्व बलिदान दिया। भगवान बिरसा मुंडा का जीवन हम सबके लिए मार्गदर्शक है और हम उन्हें हृदय से स्मरण और नमन करते हैं। यह बात धरती आबा भगवान बिरसा मुण्डा की 150वीं जयंती के समापन वर्ष के उपलक्ष्य पर शनिवार को जिले के विकासखंड ढीमरखेड़ा के महात्मा गांधी मैदान में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में मौजूद विधायक बड़वारा श्री धीरेन्द्र बहादुर सिंह ने कही। इस दौरान लोगों ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के गुजरात के नर्मदा जिले में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस पर कार्यक्रम में दिए संबोधन को वर्चुअली देखा और सुना।
कार्यक्रम में कलेक्टर श्री आशीष तिवारी, जिला पंचायत सीईओ हरसिमरनप्रीत कौर, जिला भाजपा अध्यक्ष दीपक टंडन सोनी, जनपद पंचायत अध्यक्ष सुनीता संतोष दुबे, जिला पंचायत सदस्य कविता पंकज राय और दुर्गा पारस पटेल, अटल वाजपेयी सहित महेन्द्र कोरी, एसडीएम ढीमरखेड़ा निधि गोहल, पर्यावरणविद् एवं मानव जीवन विकास समिति के सचिव निर्भय सिंह, जिला संयोजक आदिम जाति कल्याण विमल चौरसिया, जनपद पंचायत सीईओ यजुवेन्द्र कोरी मौजूद रहे।
विधायक श्री सिंह ने कहा है कि जल, जंगल और जमीन का अधिकार जनजातीय समाज का मूल अधिकार है। इसे अंग्रेज उनसे छीनना चाहते थे। भगवान बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों के अत्याचार, अनाचार के खिलाफ जनजातीय समाज को खड़ा किया और अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा का संघर्ष व्यर्थ न जाये, इसलिए उनके आदर्शों का अनुसरण करना होगा। श्री सिंह ने कहा कि जनजातीय समाज के उत्थान और समग्र विकास के लिए शासकीय योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है।
शहडोल सांसद प्रतिनिधि श्री पद्मेश गौतम ने भगवान बिरसा मुंडा के व्यक्तित्व व कृतित्व पर विस्तृत प्रकाश डाला। वहीं जिला भाजपा अध्यक्ष दीपक टंडन सोनी ने कहा कि मातृ भूमि की रक्षा के लिये भगवान बिरसा मुंडा का समर्पण भाव नमन योग्य है।
जिला पंचायत की सीईओ ने अपने संबोधन में कहा कि भगवान बिरसा मुंडा का जीवन मात्र 25 साल का रहा और इतनी कम उम्र में ही उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ मुहिम चलाई। वे साहस के प्रतीक रहे हैं। सुश्री कौर ने कहा कि उनके जीवन से सीखें, आगे बढ़ें और प्रकृति को बचायें।
सांस्कृतिक कार्यक्रम
कार्यक्रम के दौरान अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास बरगवां की छात्राओं ने करमा नृत्य और अनुसूचित जनजाति कन्या छात्रावास ढ़ीमरखेड़ा की छात्राओं ने मनमोहक आदिवासी नृत्य की प्रस्तुति दी।
हितलाभों का वितरण
कार्यक्रम के दौरान दो हितग्राहियों को स्वरोजगार हेतु भगवान बिरसा मुंडा स्वरोजगार योजनांतर्गत ऋण राशि प्रदान की गई। इसके अलावा मेधावी छात्रों और लाड़ली लक्ष्मी योजना के हितग्राहियों को प्रमाण पत्र प्रदान किये गये।
ढीमरखेड़ा में लगी प्रदर्शनी बनीं जनाकर्षण का केंद्र
विकासखंड ढीमरखेड़ा के महात्मा गांधी मैदान में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में विभिन्न विभागों की लगी प्रदर्शनी लोगों के जनाकर्षण का केंद्र रही ।प्रदर्शनी में महिला एवं बाल विकास, शिक्षा विभाग, उद्योग विभाग, उद्यानिकी विभाग, पशुपालन विभाग, ग्रामीण आजीविका मिशन एवं अन्य विभागों द्वारा अपने विभाग से संबंधित प्रमुख योजनाओं की प्रदर्शन स्टाल लगाए गए थे। स्वास्थ्य विभाग के लगे स्टाल पर 166 व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण 41 का हीमोग्लोबिन जांच, और 61 सिकल सेल परीक्षण कर नि: शुल्क दवाईयों का वितरण किया गया।
साथ ही कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले आगंतुकों एवं हितग्राहियों को शासन के द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी भी दी गई।
ग्राम सभाएं आयोजित
जनजातीय गौरव वर्ष के उपलक्ष्य में आदि कर्मयोगी अभियान के अन्तर्गत जिले के चयनित 204 ग्रामों के सचिव व रोजगार सहायकों द्वारा आदि सेवा केन्द्रों पर जनसुनवाई सत्र एवं विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन किया गया। जनसुनवाई में पंचायती राज संस्थाओं के सदस्य, स्वयं सहायता समूह, यूथ क्लब आदि कर्मयोगी कैडर एवं स्थानीय संस्थानों की भागीदारी रही। सभी आदि सेवा केंद्रों पर भगवान बिरसा मुंडा एवं अन्य जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में भव्य कार्यक्रम आयोजित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।
इसके पूर्व मां सरस्वती के तैलचित्र और भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इसके बाद राष्ट्रगीत वंदे मातरम और मध्यप्रदेश गान का सामूहिक गायन किया गया।


