जखोदिया माइंस ने नष्ट कर दी हरी भरी नर्सरी
सिहोरा गांधीग्राम के आस-पास की पहाड़ियां लगातार गायब होती जा रही है। इसका सीधा असर पर्यावरण पर दिखने लगा है, वातावरण में तेजी से बदलाव आ रहा है।साल दर साल न्यूनतम अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी हो रही है।समय रहते इन खनन पर रोक नहीं लगी तो भविष्य में इसके बुरे प्रभाव देखने को मिल सकते है।
*गांधीग्राम क्षेत्र में खदान मालिकों द्वारा अपनी स्वार्थ सिद्धि के लिए लगातार हरे-भरे वृक्षों का कत्लेआम किया जा रहा है जो निंदनीय है, अगर यह सिलसिला नहीं रुका तो स्थानीय जनों को पेड़ बचाने के लिए आंदोलन करना पड़ेगा।
इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि जाखोदिया माइंस ने रामपुर की हरी भरी नर्सरी को तबाह कर दी है
नर्सरी के हरे भरे व्रक्षो ने ब्लू डस्ट और फैक्ट्री वेस्ट के सैलाब में दबकर दम तोड़ दिया है।पैसों के लालच और ऐश ओ आराम की जिंदगी जीने वालों ने मजदूर ,किसान और पर्यावरण प्रेमियों की जिंदगी दांव पर लगा दी कार्यवाही नहीं होने से लोग कहते हैं कि कानून के रखवाले ही कानून की धज्जियां उड़ते हुए देख रहे हैं पेड़ पौधे कैसे सुरक्षित रहेंगे जब जिनके ऊपर पर्यावरण बचाने की जिम्मेदारी है वही कमीशन खाकर अनदेखी कर रहे हैं।
कार्यवाही की मांग पर्यावरण प्रेमियों ने की है।
*इनका कहना है… मैं अवकाश पर हूं कल नायब तहसीलदार को स्थल पर भेज कर का संबंध में करवाई कराऊंगा।
शशांक दुबे तहसीलदार सिहोरा

