कटनी जिले से सैकड़ों भक्त बद्रीनाथ पवित्र धाम में श्रवण कर रहे श्री मद भागवत कथा
कटनी/ स्लीमनाबाद … जब जन्म जमांतर के भाग्य उदय होते हैं तब श्री मद भागवत कथा को रसपान करने का मौका मिलता है अगर वो कथा किसी तीर्थ स्थल पवित्र धाम में श्रवण करने का अवसर मिले तो सोने में सुहागा हो जाता है ऐसी ही श्री मद भागवत कथा रूपी गंगा का प्रवाह गंगा मां के किनारे उत्तराखंड के पवित्र स्थल बद्रीनाथ में प्रवाहित हो रहा है जहा कटनी जिले से सैकड़ों भक्त पहुंच कर कथा का रसपान कर रहे है कथा व्यास बाल ब्रह्मचारी संत शिरोमणि ब्रम्हानंद दास जी महराज भगवान की कथाओं पर प्रकाश डाल रहे है आपको बता दे की महराज श्री जिले के स्लीमनाबाद समीपस्थ संत निकुंज कृष्ण कृपा धाम भेड़ा में निवास रत है जिन्होंने प्रत्येक वर्ष तीर्थ स्थलों में भगवान की सुंदर कथाओं का वर्णन करने के लिए संकल्प ले रखा है श्री मद भागवत कथा 25/05/2024 से बद्रीनारायण पवित्र धाम में भव्य शोभा यात्रा से साथ शुरू हुई कथा के दूसरे दिवस में आज महराज श्री ने
कथा बताया कि भगवान की कथा विचार, वैराग्य, ज्ञान और हरि से मिलने का मार्ग बता देती है। राजा परीक्षित के कारण भागवत कथा पृथ्वी के लोगों को सुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। समाज द्वारा बनाए गए नियम गलत हो सकते हैं किंतु भगवान के नियम ना तो गलत हो सकते हैं और नहीं बदले जा सकते हैं।


कथा व्यास संत शिरोमणि ब्रम्हानंद दास जी महराज ने कहा कि भागवत के चार अक्षर इसका तात्पर्य यह है कि भा से भक्ति, ग से ज्ञान, व से वैराग्य और त त्याग जो हमारे जीवन में प्रदान करे उसे हम भागवत कहते है। इसके साथ साथ भागवत के छह प्रश्न, निष्काम भक्ति, 24 अवतार श्री नारद जी का पूर्व जन्म, परीक्षित जन्म, कुन्ती देवी के सुख के अवसर में भी विपत्ति की याचना करती है। क्यों कि दुख में ही तो गोविन्द का दर्शन होता है इत्यादि प्रसंगों पर महराज श्री ने प्रकाश डाला भगवान की सुंदर सुंदर कथाओं का वर्णन कर भक्त श्रद्धालु जनों को मतमुग्ध किया