केकई ने मांगे वरदान भगवान ने स्वीकार किया 14 वर्षो का वनवास

कटनी /स्लीमनाबाद … का ठानी मन में राम सिया भेज दई री वन में जी हा ऐसी ही राम कथा रूपी अमृत मई गंगा कटनी जिले के ग्राम सुनाई में बह रही है जिसमे गोता लगाने भक्तो का जन सैलाब उमड़ रहा है कथा व्यास पंडित श्री लक्ष्मी प्रसाद शुक्ला ने कथा के दौरान भगवान के वन गमन की कथा केवट प्रसंग की कथा सुना कर भक्तो को मंत्रमुग्ध किया महराज श्री ने कहा की विधाता की गति को कोई नही टाल सकता है अयोध्या में भगवान राम का राज्य तिलक होना सुनिश्चित हुआ लेकिन विधाता को कुछ और मंजूर था भगवान के राज्य तिलक की जगह भगवान का वन गमन हुआ केकई मां ने महराज दशरथ से दो वरदान मांगे जिसमे पहले वरदान में अपने पुत्र को अयोध्या का राज्य और दूसरे वरदान में श्री राम को 14 वर्षो का वनवास भगवान ने सहर्ष ही स्वीकार कर लिया वो भी मुस्कराते हुए उनके साथ लक्ष्मण और सीता भी वन को पधारे आगे महराज श्री ने निशाद राज प्रसंग केवट प्रसंग का वर्णन बड़े ही सुन्दर ढंग से किया महराज श्री के प्रसंग को सुनते ही भक्त श्रद्धालु जन भावुक हो उठे कथा में इस दौरान विजय मिश्रा सोनू अजय मिश्रा शिवशंकर दुबे राकेश दुबे बंटी परोहा मनीष मिश्रा भागीरथ दुवेदी संतोष यादव भरत तिवारी अखिल पांडे सहित ग्रामवासियों सहित सैकड़ों की सख्या में भक्त श्रद्धालु जन मौजूद रहे


